Sunday 21 December 2008

परफेक्ट बारबर आमिर....!

वो ज़माने गए, जब लड़ाई मूछों के लिए लड़ी जाती थी। अब तो मर्दों ने मूंछों से ही लड़ाई कर ली है, लेकिन इसका मतलब ये नहीं, कि दुश्मनी ख़त्म। जनाब, अब तो मामला मूछ के बालों से ऊपर यानी सिर के बालों तक पहुंच गया है। यक़ीन नहीं आता तो बॉलीवुड के दो बिना मूछों वाले और बालों के मामले में स्टाइल बदलने वाले आमिर और शाहरुख़ को ही देख लीजिए।
शाहरुख़ के पास सबकुछ है, लेकिन आमिर के पास एक ऐसी चीज़ है जो बहुत कम लोगों के नसीब में होती है। आप सही समझे परफेक्शनिस्ट के पास है मार्केटिंग का वो फंडा, जिसमें वो बेशक़ सबसे आगे नज़र आते हैं। और इत्तेफ़ाक के दौर में भी आमिर ने कितनी सादगी और कामयाबी के साथ किंग ख़ान की कटिंग कर दी। फ़र्क इतना था, कि इस बार गजनी के हीरो ने गज़ब का संतुलन दिखाया। दिल्ली की सड़क पर सज गई एक ऐसे बारबर (आमिर) की दुकान, जिसकी ज़ुबान कैंची की तरह चलती है। वैसे कहा जाता है, कि बारबर, बार-बार मना करने के बावजूद आपसे बातें करता रहेगा, या छेड़ता रहेगा। दरअसल वो आपको परेशान नहीं करता, बल्कि इससे उसका काम तेज़ और आसान होता जाता है। ख़ैर पता नहीं, आमिर ने बारबर वाला इतना परफेक्ट हुनर कब और कहां से सीखा। आमिर ने कैंची सिर्फ गजनी के प्रमोशन के लिए नहीं बल्कि किंग ख़ान के जादू की कटिंग करने के लिए भी थामी है। दरअसल, (कहने को दोस्त) आमिर ने शाहरुख़ को उनकी फ़िल्म रब ने बना दी जोड़ी की कामयाबी का भूत लोगों के सिर से उतारने के लिए सजा ली दुकान। अब जब आमिर ख़ुद कटिंग करने को खड़े हों, तो फिर भला कौन नहीं क़ुर्बानी देने को तैयार होगा। ख़ैर यहां आमिर ने बालों की क़ुर्बानी ली। और वो भी बिना एक भी बाल बांका किए हुए। वो इस क़दर अपने चाहने वालों के सिर पर कैंची चला रहे थे, जैसे सिर्फ़ शाहरुख़ की उम्मीद (रब ने बना दी जोड़ी) ही नहीं, बल्कि उनके सपने (बिल्लू बारबर) की भी परफेक्ट कटिंग कर रहे हों।
वैसे, शाहरुख़ की रब वाली जोड़ी की रिपोर्ट आई, तो उसमें साहनी से ज़्यादा असरदार नज़र आया राज का लुक (स्पेशियली शाहरुख़ का स्पाइक हेयर स्टाइल) । अब शाहरुख़ के पास मंगल पांडेय जैसी मूछें तो थी नहीं, सो उन्होंने बालों को ही मूछों से ज़्यादा नोकदार बनवाकर मंगल पांडेय (आमिर ख़ान) को चुनौती दे दी। किंग ख़ान की जोड़ी का असर गजनी के सुरूर को कहीं कम न कर दे, इसीलिए आमिर को ही थामनी पड़ी कैंची और हेयर कटिंग मशीन। वैसे प्रमोशन के इस सबसे जुदा अंदाज़ में आमिर ख़ान ने लाज़िम तौर पर शाहरुख़ के नाम पर सिर्फ़ मज़े लिए और जो कुछ कहा वो परफेक्ट इशारों में। अब ये कहना मुश्क़िल है, कि शाहरुख़ के जादू ने आमिर को बारबर बनने पर मजबूर करके जीत हासिल की है, या फ़िर किंग ख़ान की परफेक्ट कटिंग के लिए ये आमिर की परफेक्ट चाल है। थोड़ा-सा इंतज़ार कीजिए, बड़ा पर्दा जल्दी ही इस हक़ीक़त को बेपर्दा कर देगा और तब सबके बाल सामने आ जाएंगे। साथ ही ये भी पता चल जाएगा, कि किसके बालों की ख़ैर नहीं और किसके `बाल-बाल` बचे। तब तक मैं भी किसी आमिर जैसे परफेक्ट बारबर से कटिंग करवा के लौटता हूं।

2 comments:

  1. पोस्ट में धरातल की बातें कम और हवाई सफर ज़्यादा है। बात जहां तक मार्केटिंग की है तो इसके सबक़ शाहरुख ने आमिर से ही सीखे हैं। और, आमिर को अपने आसपास के लोगों को कंडोम की तरह इस्तेमाल करना आता है। लगे रहो, रास्ता सही पकड़ा है, बस डिवाइडर का ख्याल रखना...

    कहा सुना माफ़,
    -पंकज शुक्ल

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  2. i dont agree with u at all in respect to aamir teaching shahrukh khan or for that matter kainchee on shahrukhs movie... shahrukh has his own audience which are far more in quantity than aamir... and if you talk about marketing shahrukh has been a master in that field and he admits it... not like hypocrite aamir who doesnt even bother to speak a word.. to say he speaks only when he wants to and needs to learn to admit what he does... like shahrukh who doesnt shy away or come out of his hideout only when he has to promote a movie... so you cant compare him to shahrukh in any way... shahrukh knows how to play his cards and does it openly ... i do agree that aamir does different roles and is called a perfectionist but comparing him to srk is like poles apart...he just cant reach there... try as much...

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